भागीदारी दर परिभाषा और उदाहरण |
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विषयसूची:
यह क्या है:
भागीदारी दर आमतौर पर अर्थव्यवस्था की कामकाजी आयु आबादी के हिस्से को संदर्भित करती है जो नागरिक में है श्रम बाजार।
यह कैसे काम करता है (उदाहरण):
भागीदारी दर श्रम बल में काम करने वाले लोगों की संख्या को मापती है, काम करने के इच्छुक हैं, या सक्रिय रूप से काम की तलाश में हैं। यह सक्रिय श्रम बल और संभावित श्रम बल के समग्र आकार (यानी आम तौर पर 18 से 65 वर्ष की आयु के बीच जनसंख्या) के बीच अनुपात है।
यह क्यों मायने रखता है:
भागीदारी दर नागरिक श्रम बल का एक महत्वपूर्ण उपाय है। इसमें उन लोगों को शामिल नहीं किया गया है जो समय पर इस विशिष्ट पल में काम करने में रूचि नहीं रखते हैं। अर्थशास्त्री और निवेशकों ने अर्थव्यवस्था की दिशा के संकेत के रूप में भागीदारी दर को ध्यान से देखा है।
श्रम बल भागीदारी दर बताती है कि कैसे बेरोजगारी दर बढ़ सकती है, भले ही अर्थव्यवस्था में नई नौकरियां पैदा की जा रही हों। उदाहरण के लिए, यदि श्रम बल (भाग लेने की दर में वृद्धि) में नए कर्मचारी जोड़े जाते हैं, लेकिन नौकरियां नहीं ढूंढ पा रहे हैं, तो बेरोजगारी दर बढ़ती है।